डॉक्टर न अस्पताल.. मददगार बनी जीआरपी, रेलवे स्टेशन पर डिलीवरी, महिला सिपाही को डीजीपी ने दिया दस हजार इनाम
मुरादाबाद:प्रसव पीड़ा से कराह रही सविता (30) अपनी यात्रा छोड़कर मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर पति के साथ ट्रेन से उतर गईं। जहां न तो डॉक्टर मिले और न ही चिकित्सकीय सेवा। महिला की गंभीर हालत में देख जीआरपी की महिला सिपाही मददगार बनीं और रेलवे स्टेशन पर ही सुरक्षित प्रसव कराया।
मामला बुधवार शाम चार बजे की है। अमृतसर से सहरसा जा रही (12204) गरीब रथ एक्सप्रेस में हाजीपुर तक सफर करने वाले दंपती मुरादाबाद में उतरे। दर्द से कहा रही सविता के पति मिंटू दौड़कर जीआरपी थाने पहुंचे। हेल्प डेस्क पर तैनात महिला सिपाही को पूरी बात बताई।
इसके बाद कांस्टेबल बबीता कुमारी अपनी साथी पुलिसकर्मी के साथ बरेली की दिशा में प्लेटफार्म नंबर एक के अंतिम छोर पर पहुंचीं। वहां गर्भवती महिला गंभीर स्थिति में थी। महिला सिपाहियों ने मामले की गंभीरता को समझते हुए फौरन एंबुलेंस को कॉल किया। इधर गर्भवती सविता की हालत बिगड़ती जा रही थी।
तब जीआरपी की महिला सिपाहियों ने रेलवे स्टेशन पर मौजूद महिला यात्रियों की मदद ली और घेरा बनाया। मौके पर ही महिला की डिलीवरी कराई। सविता ने बेटे को जन्म दिया। इतने में एंबुलेंस कर्मी वहां पहुंच गए। उन्होंने जच्चा-बच्चा को महिला अस्पताल पहुंचाया।
महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. निर्मला पाठक ने बताया कि जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। उन्हें अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम देख रही है। मंगलवार की देर रात 2:30 बजे एक और डिलीवरी का केस रेलवे स्टेशन से महिला अस्पताल पहुंचा था। हालांकि उसमें परिजन खुद महिला व बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे थे।