सम्मान समारोह में शामिल हुए राजनाथ सिंह, विजेताओं से बोले- आप देश का भविष्य
नई दिल्ली: प्रोजेक्ट वीर गाथा के तहत आज राजधानी दिल्ली में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान राजनाथ सिंह ने प्रोजेक्ट वीर गाथा कार्यक्रम की जमकर तारीफ की और इसमें चुने गए युवाओं को देश का भविष्य बताया।
रक्षा मंत्री बोले- आप देश का भविष्य
राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि ‘प्रोजेक्ट वीर गाथा में चयनित होना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। आप देश का भविष्य हैं। आप सभी पूरी दुनिया में देश कौ गौरवान्वित करेंगे क्योंकि आपमें प्रतिभा है। जो 100 युवा चयनित हुए हैं, उनमें से 66 लड़कियां हैं। इनमें से एक मणिपुर से है। मैं सभी को उज्जवल भविष्य की शुभकामना देता हूं।’
क्या है प्रोजेक्ट वीर गाथा
प्रोजेक्ट वीर गाथा की शुरुआत साल 2021 में वीरता पुरस्कार विजेताओं की वीरता, निस्वार्थ बलिदान और साहस की प्रेरक कहानियों और इन बहादुरों की जीवन गाथाओं को छात्रों के बीच प्रसारित करने के उद्देश्य से की गई थी, ताकि उनमें देशभक्ति की भावना पैदा हो सके। प्रोजेक्ट वीर गाथा के जरिए स्कूली छात्रों को वीरता पुरस्कार विजेताओं के वीरतापूर्ण कार्यों और बलिदान पर आधारित रचनात्मक गतिविधियों को करने के लिए एक मंच प्रदान किया जाता है।
वीर गाथा परियोजना के तीन संस्करण क्रमशः 2021, 2022 और 2023 में आयोजित किए जा चुके हैं। देश के 1.76 करोड़ से अधिक स्कूली छात्रों ने प्रोजेक्ट वीर गाथा 4.0 में भाग लिया। छात्रों ने सशस्त्र बलों के अधिकारियों/जवानों की बहादुरी और बलिदान के सम्मान में कविताएं, पेंटिंग, निबंध, वीडियो आदि भेजे हैं।
वीर गाथा परियोजना संस्करण पहले और दूसरे संस्करण के दौरान, 25 विजेताओं (सुपर 25) का चयन किया गया और उनका सम्मान शिक्षा मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में किया गया। वीर गाथा परियोजना 3.0 में, राष्ट्रीय स्तर पर 100 विजेताओं (सुपर 100) का चयन किया गया। इस वर्ष भी, परियोजना वीर गाथा 4.0 के तहत, 100 विजेताओं का चयन किया गया और उनका सम्मान शिक्षा मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में संयुक्त रूप से किया गया। प्रत्येक विजेता को 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया है। इसके अलावा, जिला स्तर पर 4 विजेता और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश स्तर पर 8 विजेता होंगे और ऐसे सभी विजेताओं को संबंधित जिला और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश द्वारा सम्मानित किया जाएगा।