आपदाओं के कारण 2024 में भारत में 54 लाख लोगों का हुआ विस्थापन, 12 वर्षों में सबसे बड़ा आंकड़ा

नई दिल्ली: भारत में साल 2024 में बाढ़, तूफान और अन्य आपदाओं के कारण 54 लाख लोगों को अपने घरों से विस्थापित होना पड़ा, जो 12 वर्षों में सबसे बड़ा आंकड़ा है। जिनेवा स्थित आंतरिक विस्थापन निगरानी केंद्र (आईडीएमसी) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में हिंसा के कारण केवल 1,700 लोग विस्थापित हुए, जो 2023 की तुलन में कम हैं, जब मणिपुर में जातीय हिंसा शुरू हुई थी। मणिपुर में घरों को जलाने सहित अन्य हिंसक घटनाओं के कारण 2024 में 1,000 लोगों को विस्थापित होने के लिए मजबूर होना पड़ा।
बाढ़ की वजह से हुआ सबसे अधिक विस्थापन
इसमें बताया गया है कि भारत में दो-तिहाई विस्थापन बाढ़ की वजह से हुए। जलवायु परिवर्तन, जंगलों की कटाई, मिट्टी का कटाव और बांध व तटबंधों की देखभाल की कमी को विस्थापन के बड़े कारण बताया गया है। असम में साल 2024 में 25 लाख लोगों का आंतरिक विस्थापन हुआ, जो कि पिछले एक दशक की सबसे खौफनाक बाढ़ का नतीजा था। तूफानों के कारण 16 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा। इसमें बड़े चक्रवात भी शामिल हैं।
चक्रवात ‘दाना’ की वजह 10 लाख लोगों ने छोड़े घर
चक्रवात ‘दाना’ अक्तूबर के अंत में बंगाल की खाड़ी में बना था, जिसने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 10 लाख से ज्यादा लोगों को घर छोड़ने पर मजबूर किया। इनमें ज्यादातर लोग मौसम विभाग की चेतावनियों के बाद पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिए गए थे। इसके तहत राज्य सरकारों ने स्कूल बंद किए, हजारों राहत शिविर बनाए गए और लाखों लोगों को स्थानांतरित किया गया।