जब व्हीलचेयर पर बैठकर राज्यसभा पहुंचे थे मनमोहन सिंह; जानें पूरा वाकया और इसके पीछे की कहानी
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को निधन हो गया। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। उन्होंने ही 1991 में भारत को दिवालियापन की कगार से बाहर निकाला था। उनके निधन के बाद उनसे जुड़ा एक किस्सा बहुत याद किया जा रहा है। पिछले साल अगस्त में जब राज्यसभा में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 पर चर्चा हो रही थी, तब 91 वर्षीय मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर सदन में पहुंचे थे। इस विधेयक को बाद में कानून में बदल दिया गया था, जिसने आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार से नियंत्रण ही छीन लिया था।
व्हीलचेयर पर संसद भवन आते थे मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह पिछले ही साल दिसंबर में शीतकालीन सत्र के दौरान भी व्हीलचेयर पर राज्यसभा में पहुंचे थे। इस साल जब उन्होंने अपनी 33 वर्षीय लंबी संसदीय पारी समाप्त की तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी सराहना की। पीएम मोदी ने उस पल को याद किया, जब मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर मतदान करने आए थे।
पीएम मोदी ने कहा, “मुझे याद है कि सदन में वोटिंग के दौरान यह पता था कि सत्ता पक्ष की ही जीत होगी। इस बीच मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर आए और अपना वोट डाला। यह एक सदस्य का अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत रहने का अदाहरण है। वह एक प्रेरणा के उदाहरण हैं।” उन्होंने आगे कहा, “यह जरूरी नहीं कि उन्होंने किसका समर्थन किया। वह केवल इस लोकतंत्र को मजबूत कर रहे थे।”
मनमोहन सिंह के योगदान को पीएम मोदी ने बताया अतुलनीय
प्रधानमंत्री ने एक नेता और विपक्ष के तौर पर मनमोहन सिंह के योगदान को अतुलनीय बताया। उन्होंने कहा, “मनमोहन सिंह ने काफी लंबे समय तक इस सदन और देश का मार्गदर्शन किया है। हमारे लोकतंत्र पर हर चर्चा के दौरान उनके योगदान के लिए उन्हें याद किया जाएगा। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी लंबी उम्र हो और हमारा मार्गदर्शन करते रहें।” बता दें कि 2022 में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर वोट देने आए थे।