‘जल्द चांद पर पड़ेंगे भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों के कदम, मंगल-शुक्र भी रडार पर होंगे’, PM का संदेश

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है और जल्द ही भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों के कदम चांद पर पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि मंगल और शुक्र ग्रह भी भारत के आगामी मिशनों के रडार पर हैं।
ग्लोबल स्पेस एक्सप्लोरेशन कॉन्फ्रेंस (जीएलईएक्स-2025) के लिए अपने रिकॉर्ड किए गए संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 2035 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करेगा और 2040 तक एक भारत को चांद पर उतारा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘भारत की अंतरिक्ष यात्रा दूसरों से प्रतिस्पर्धा की नहीं, बल्कि साथ मिलकर ऊंचाइयों तक पहुंचने की है।’ उन्होंने बताया कि भारत ने दक्षिण एशियाई देशों के लिए उपग्रह लॉन्च किए हैं और जी20 उपग्रह वैश्विक दक्षिण के लिए एक तोहफा होगा।
उन्होंने आगे कहा, ‘हमारा पहला मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ हमारी आकांक्षाओं की उड़ान है, जिसके 2027 में लॉन्च होने की योजना है। साथ ही जल्द ही इसरो और नासा के संयुक्त मिशन में एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा पर जाएगा। एक्सिओम-4 मिशन 29 मई को लॉन्च होने वाला है, उसमें भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला सहित चार लोग शामिल होंगे और वे 14 दिन अंतरिक्ष में बिताएंगे।
पीएम मोदी ने बताया कि भारत की अंतरिक्ष यात्रा 1963 में छोटे रॉकेट के प्रक्षेपण से शुरू हुई थी और आज हम चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले पहले देश बन गए हैं। भारत ने 2014 में पहली कोशिश में मंगल ग्रह तक पहुंचकर इतिहास रचा। चंद्रयान-1 से चांद पर पानी की खोज की। चंद्रयान-2 ने सबसे उच्च-गुणवत्ता वाली तस्वीरें दीं। चंद्रयान-3 ने दक्षिणी ध्रुव के अध्ययन में मदद की। एक ही मिशन में 100 उपग्रह लॉन्च किए। 34 देशों के लिए 400 से ज्यादा उपग्रह भेजे और हाल ही में अंतरिक्ष में दो उपग्रहों को जोड़ने (डॉकिंग) में सफलता हासिल की।