ड्रम काटकर निकाले सौरभ के शव के टुकडे़, पोस्टमार्टम कराया, अब होगा अंतिम संस्कार

मेरठ: मेरठ में हुई हत्या की वारदात से हर कोई स्तब्ध है। वारदात के खुलासे के बाद ब्रह्मपुरी थाने में पहुंची सौरभ कुमार की बुजुर्ग मां रेणू देवी की आंखों में आंसू थे। वह रोते हुए बोली कि पहले तो मुझको मुस्कान ने बेटे से अलग किया और किराए पर रहने लगे। मैंने बेटे-बहू की खुशी के खातिर सब सहन किया। अब मेरे बेटे को मार डाला। हम तो जीते जी मर गए। मां ने प्रेमी साहिल, बहू मुस्कान और उसके पूरे परिवार को फांसी देने की मांग की।
बुधवार दोपहर को मेरठ मेडिकल में ड्रम को काटकर पुलिस ने शव के टुकड़े निकलवाए। डाॅक्टरों के पैनल ने शव के टुकड़ों का पोस्टमार्टम कराया। बताया गया कि शव का परिजनों को साैंप दिया गया है। देर शाम तक अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं मृतक साैरभ के आवास पर सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है।
उन्होंने बताया कि सौरभ तीन मार्च को उनके घर पर आया था। काफी देर तक रुका और बातचीत की। जिसके बाद उसने होली पर पिता मुन्ना लाल से मिलने की बात कही। मां का कहना था कि उनको नहीं मालूम था कि यह मुलाकात उनकी जिंदगी की आखिरी मुलाकात होगी। वहीं पिता की आंखें भी भर आईं।
दो साल पहले तलाक हो रहा था, वह अच्छा था
सौरभ के बड़े भाई राहुल उर्फ बबलू का भी रोकर बुरा हाल था। राहुल ने बताया कि सौरभ का अपनी पत्नी से काफी समय से विवाद चल रहा था। करीब दो साल पहले भी विवाद हुआ था। उस समय तलाक के कागजात तैयार हो गए थे लेकिन बाद में साथ रहने पर समझौता हो गया था। यदि उस समय तलाक हो जाता तो मेरे भाई की हत्या नहीं होती और यह दिन देखना नहीं पड़ता। वहीं काॅलोनी के लोगों ने किसी तरह राहुल को संभाला। लोगों की भीड़ में भी मुस्कान और साहिल के प्रति आक्रोश स्पष्ट दिखाई दे रहा था। काॅलोनी में भी मुस्कान और साहिल के प्यार के चर्चे रहे हैं।
लंदन में रहता था पति और साहिल को घुर बुलाती थी मुस्कान
परिजनों ने बताया कि लंदन में पति सौरभ परिवार को पालने के खातिर मेहनत कर कमाता था, यहां उसकी पत्नी मुस्कान साहिल को अक्सर अपने घर बुलाती थी। प्यार की खातिर सौरभ सबकुछ बर्दाश्त करता रहा, लेकिन यह नहीं मालूम था कि एक दिन उसी की पत्नी प्रेमी के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतार देगी।