प्रशंसकों के ‘मन बलैया’ हैं नंदमुरी बालकृष्ण, अभिनय से लेकर राजनीति तक रचे कीर्तिमान

अभिनेता नंदमुरी बालकृष्ण का आज जन्मदिन है। परदे पर उनकी अदाकारी का सिक्का चलता है। उनके अभिनय का ही दम है कि वे प्रशसंकों के बीच ‘मन बलैया’ नाम से लोकप्रिय हैं। नंदमुरी साउथ के बहुत ही समृद्ध और रसूख वाले परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिसका रुतबा अभिनय से लेकर राजनीति तक है। नंदमुरि ने भी परिवार की इस विरासत का मान बखूबी रखा है और इसे आगे बढ़ा रहे हैं। अभिनेता के जन्मदिन पर जानते हैं उनके बारे में

हैदराबाद में रहकर अभिनय से हुए रूबरू
नंदमुरी बालकृष्ण आज मंगलवार को 65 वर्ष के हो गए हैं। अभिनेता का जन्म 10 जून 1960 को एनटीआर और उनकी पत्नी बसवतारकम के घर हुआ। उनके पिता एनटीआर खुद भी तेलुगु सिनेमा के दिग्गज अभिनेता रहे। इनके परिवार में पहले अभिनेता और फिर राजनीति का एक इतिहास रहा है। बालकृष्ण के पिता एनटीआर आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे। नंदमुरी अपने पिता की छठी संतान हैं। नंदमुरी को पढ़ाई के लिए माता-पिता ने हैदराबाद भेजा था। वहां उन्होंने हैदराबाद के निजाम कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और वहीं पर वे पहली बार सिनेमा की इस बड़ी सी दुनिया से परिचित हुए।

पिता की फिल्म से किया अभिनय डेब्यू
नंदमुरी बालकृष्ण ने 1974 में एनटीआर के निर्देशन में बनी फिल्म ‘ततम्मा कला’ से सिनेमा की दुनिया में अपना पहला कदम रखा। उस समय इस दिग्गज अभिनेता की आयु केवल 14 वर्ष थी। हालांकि 1984 में आई फिल्म ‘सहसामे जीवथम’ से नायक के रूप में उन्होंने अपनी शुरुआत की। इस फिल्म का निर्देशन संथाना भारती और पी वासु ने किया था। इस फिल्म के बाद इस दिग्गज कलाकार ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और उन्होंने अपने शुरूआती दौर में ही तेलुगु सिनेमा के कई बड़े कलाकारों के साथ काम किया। नंदमुरी ने अपने करियर में 100 से अधिक फिल्मों में काम किया है। ऐतिहासिक, सामाजिक और एक्शन से भरपूर ड्रामा फिल्मों में उनकी भूमिका ने उन्हें भारतीय सिनेमा में एक अलग पहचान दिलाई है।

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