मॉरीशस सरकार का एलान, आधा झुकाएंगे राष्ट्रीय ध्वज, प्राइवेट सेक्टर से भी अनुसरण की अपील

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज पंचतत्व में विलीन हो गए। शनिवार को दिल्ली के निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और मॉरीशस के विदेश मंत्री मनीष गोबिन भी पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि देने निगम बोध घाट पहुंचे थे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में मॉरीशस की सरकार ने 28 दिसंबर को अपना राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रखने का एलान किया है। एक नोट में मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम के कार्यालय ने भी प्राइवेट सेक्टर से झंडे को आधे झुकाए रखने का आग्रह किया।

मॉरीशस के विदेश मंत्री धनंजय रामफुल ने दिल्ली में आकर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी। मॉरीशस के प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया, “भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद यह सूचित किया जाता है कि आज शनिवार को सूर्यास्त तक सभी सरकारी भवनों पर मॉरीशस का झंडा आधा झुका रहेगा।” इसमें आगे कहा गया, “प्राइवेट सेक्टरों से भी अपील की गई है कि वे झंडे को आधा झुकाए रखें।” बता दें कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहने के दौरान मॉरीशस समेत कई देशों के साथ भारत के संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई थी।

गुरुवार 26 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। उनके निधन से देश में शोक की लहर दौड़ गई। वे 10 वर्षों तक भारत के प्रधानमंत्री थे। इसके अलावा वे आरबीआई गवर्नर, योजना आयोग के उपाध्यक्ष और वित्त मंत्री भी रहे। उन्हें आधुनिक भारत के आर्थिक सुधारों के वास्तुकार के रूप में जाना जाता है। केंद्रीय सरकार ने मनमोहन सिंह के सम्मान में एक जनवरी 2025 तक सात दिनों के लिए राजकीय शोक घोषित किया है। इसके साथ ही सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में पूर्व पीएम का स्मारक बनाने की घोषणा की।

Related Articles

Back to top button