महिसागर नदी पर पुल ढहने से अब तक 10 लोगों की मौत; घायलों में किसी की हालत गंभीर नहीं

वडोदरा:  गुजरात के वडोदरा जिले में महिसागर नदी पर बने पुल के ढहने की घटना में मृतकों का आंकड़ा बढ़ गया है। हादसे में अब तक 10 लोगों की जान चली गई है। हादसे में नौ लोग घायल भी हुए हैं। पुलिस अधीक्षक (वडोदरा ग्रामीण) रोहन आनंद ने बताया कि बचाए गए नौ लोगों में से पांच का वडोदरा शहर के सरकारी एसएसजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनमें से किसी की भी हालत गंभीर नहीं है। पुल का 10 से 15 मीटर लंबा स्लैब सुबह करीब 7.30 बजे ढहा था।

दो ट्रक, दो वैन, एक ऑटोरिक्शा और एक दोपहिया वाहन नदी में गिरे
वडोदरा के कलेक्टर अनिल धमेलिया ने बताया कि पुल ढहने के बाद कम से कम आधा दर्जन वाहन दो ट्रक, दो वैन, एक ऑटोरिक्शा और एक दोपहिया वाहन नदी में गिर गए। नदी में गिरने के बेहद करीब पहुंचे दो अन्य वाहनों को खींचकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।

मरने वाले 10 लोगों में से दो भाई-बहन
पुलिस के मुताबिक, मरने वाले 10 लोगों में से दो भाई-बहन थे, एक दो साल का लड़का और उसकी चार साल की बहन। ज्यादातर मृतक वडोदरा और आणंद जिलों के निवासी थे।

पीएम मोदी और सीएम पटेल ने किया मुआवजे का एलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया। पीएम ने हर मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये और सीएम ने चार लाख रुपये मुआवजे का एलान किया। इसके अलावा घायलों को 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई। प्रधानमंत्री कार्यालय ने X पर कहा, ‘गुजरात के वडोदरा जिले में एक पुल के ढहने से हुई जान-माल की हानि बेहद दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।’

900 मीटर लंबे गंभीरा पुल में 23 खंभे
गुजरात के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि पुल का निर्माण 1985 में हुआ था और आवश्यकता पड़ने पर इसका रखरखाव किया जाता था। उन्होंने कहा, ‘घटना के पीछे के सही कारण की जांच की जाएगी।’ एक अधिकारी ने बताया कि वडोदरा दमकल विभाग की टीमें और स्थानीय लोग बचाव अभियान में शामिल हुए। लगभग 900 मीटर लंबे गंभीरा पुल में 23 खंभे हैं और यह गुजरात के वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ता है। इसका उद्घाटन 1985 में हुआ था।

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