‘भारत युद्ध जैसे हालात में, सरकार दृढ़ संकल्पित’, पूर्व राजनयिक गौतम बंबावले का बयान

पुणे: पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त रहे गौतम बंबावले ने पाकिस्तान के साथ जारी संघर्ष पर कहा है कि देश युद्ध जैसे हालात में हैं, लेकिन हमारी सरकार दृढ़ संकल्पित है और उसे पता है कि क्या करना है। पुणे इंटरनेशनल सेंटर द्वारा ऑपरेशन सिंदूर पर आयोजित एक पैनल चर्चा में गौतम बंबावले ने ये बात कही।
बंबावले ने बताया- युद्ध जैसे हालात में तीन बातें अहम
पूर्व राजनयिक ने कहा कि ‘मैं मौजूदा स्थिति को युद्ध जैसे हालात मानता हूं, जब मैं युद्ध जैसे हालात की बात कर रहा हूं तो इसका मतलब है कि हम युद्ध के मुहाने पर हैं, लेकिन अभी पूरी तरह से युद्ध की स्थिति में भी नहीं है।’ बंबावले ने कहा कि ‘युद्ध जैसे हालात में तीन बातें बेहद अहम होती हैं, जिनमें पहली है सरकार। जैसा कि हम जानते हैं कि पिछले 10-12 साल से ये सरकार दृढ़ संकल्पित है। उन्हें पता है कि क्या करना है और उन्हें ये भी पता है कि वे क्या चाहते हैं और किसे निशाना बनाना है। दूसरा तथ्य है हमारे सशस्त्र बल। हम जानते हैं कि हमारे सशस्त्र बल पूरी तरह से सक्षम हैं ये हमने देख भी लिया है। सशस्त्र बलों का संकल्प भी दृढ़ है। उन्हें पता है कि राजनीतिक नेतृत्व द्वारा तय लक्ष्यों को कैसे हासिल करना है।’
‘यह आतंकवाद के खिलाफ न्याय की लड़ाई’
बंबावले ने कहा कि ‘तीसरा तथ्य है देश के लोग- युद्ध जैसे हालात में चीजें हमेशा हमारे या सिर्फ दुश्मन के पक्ष में नहीं होतीं। कुछ झटके लगते हैं और हमें भी निशाना बनाया जा सकता है। जिस तरह से पुंछ जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को पाकिस्तान द्वारा निशाना बनाया गया। अगर हम उस तरह की स्थिति में आते हैं, तो देश के लोगों को दृढ़ संकल्प दिखाना चाहिए। उन्हें अपना ध्यान नहीं खोना चाहिए। यह आतंकवाद और आतंकवाद को वित्तपोषित करने वालों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ न्याय की लड़ाई है।’ चर्चा में अन्य पैनलिस्टों में लेफ्टिनेंट जनरल वी जी पाटनकर (सेवानिवृत्त), कर्नल विनायक भट, एयर मार्शल दीपेंदु चौधरी (सेवानिवृत्त) और कैप्टन डी के शर्मा (सेवानिवृत्त) शामिल थे।