‘आतंकियों के सामने बिंदी उतारी, अल्लाहु अकबर के नारे लगाए’, पीड़िता की बात सुन खौल उठेगा खून

पुणे: जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में महाराष्ट्र के पुणे जिले के रहने वाले कौस्तुभ गणबोटे की भी आतंकियों ने हत्या की थी। वहीं कौस्तुभ की पत्नी संगीता ने इस भीषण आतंकी हमले की दास्तां बयां की है। जिसे सुनकर हर किसी का खून खौल उठेगा। संगीता ने बताया कि कैसे उसने और उसके साथ गए समूह की अन्य महिलाओं ने हमलावरों को पुरुषों से ‘अजान’ पढ़ने के लिए कहते हुए देखा और तुरंत अपने माथे से बिंदी हटा दी और ‘अल्लाहु अकबर’ का नारा लगाना शुरू कर दिया। लेकिन उनकी तरफ से अपनी धार्मिक पहचान छिपाने के लिए किए गए ये प्रयास काम नहीं आए क्योंकि बंदूकधारी आतंकवादियों ने महिला के पति और उसके दोस्त को भी नहीं छोड़ा, जो पुणे का ही रहने वाला था।
शरद पवार ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी
संगीता के पति कौस्तुभ गणबोटे उन 26 लोगों में शामिल हैं, जिनकी हत्या आतंकवादियों की तरफ से 22 अप्रैल को पहलगाम के बायसरन में की गई। संगीता गणबोटे ने बताया कि, इस हमले के दौरान जब एक स्थानीय मुस्लिम व्यक्ति ने हमलावरों से पूछा कि वे निर्दोष लोगों को क्यों मार रहे हैं, तो उन्होंने उसे नंगा कर दिया और गोली मार दी। संगीता ने शरद पवार से उस भयावह अनुभव को साझा किया, जब एनसीपी (एसपी) प्रमुख शोकाकुल परिवार के सदस्यों से मिलने गए थे, जहां उन्होंने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी।
कौस्तुभ के बचपन के दोस्त संतोष जगदाले की भी हत्या
बता दें कि, पहलगाम में कौस्तुभ गणबोटे के अलावा, उनके बचपन के दोस्त संतोष जगदाले भी आतंकी हमले में मारे गए। दोनों परिवार एक साथ यात्रा कर रहे थे, जब चार हथियारबंद आतंकवादियों के समूह ने उन्हें बैसरन में रोका और उनसे धर्म से जुड़े सवाल पूछने लगे। संगीता ने बताया कि, ‘जब मेरे पति के दोस्त (जगदाले) को आतंकवादियों ने बुलाया और पूछा कि क्या वह ‘अजान’ पढ़ सकता है, तो समूह की सभी महिलाओं ने तुरंत हमारे माथे से बिंदी हटा दी और ‘अल्लाहु अकबर’ का नारा लगाना शुरू कर दिया। लेकिन आतंकवादियों ने उन दोनों (जगदाले और गनबोटे) को मार डाला और वहां से चले गए।