दो बेटियों की शादी टूट गई, बरातियों की पिटाई हुई…तब समझा दर्द, पीड़ित परिवार को 8 साल बाद मिली अपनी जमीन

मथुरा: आठ साल के इंतजार के बाद गांव करनावल में पीड़ित परिवार को अपने हक की जमीन मिल गई। अमर उजाला की खबर का संज्ञान लेकर समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने जमीन कब्जा मुक्त कराने के आदेश दिए थे। दो दिन तक चली पैमाइश के बाद बृहस्पतिवार को तहसीलदार सदर सौरभ कुमार ने पीड़ित की जमीन को कब्जा मुक्त करवा दिया। कब्जा की गई भूमि पर खड़ी गेहूं की फसल भी उन्होंने नष्ट करा दी।
गांव करनावल में जिस परिवार की बेटियों के साथ शादी से पहले कार से खींचकर मारपीट की गई थी। इसके बाद उनकी बरात लौट गई। अमर उजाला की पड़ताल में सामने आया था कि पीड़ित परिवार की एक जमीन पर भी आरोपियों ने कब्जा कर रखा है। 26 फरवरी के अंक में अमर उजाला ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। खबर का संज्ञान लेकर समाज कल्याण मंत्री ने कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसी पर बुधवार से ही टीम जमीन की पैमाइश कर रही थी।
बृहस्पतिवार को तहसीलदार सौरभ कुमार के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम गांव पहुंची। टीम में शामिल कानूनगो श्यामसुंदर कौशिक, लेखपाल आकाश और मुकेश ने पुलिस बल की मौजूदगी में गाटा संख्या 550 की पैमाइश की। पैमाइश में पता चला कि पीड़ित की पट्टे की लगभग 550 वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है। इस पर गेहूं की फसल खड़ी थी। तहसीलदार ने जेसीबी चलवाकर फसल को नष्ट कराते हुए जमीन को कब्जा मुक्त करवा दिया। इससे पीडि़त परिवार ने राहत की सांस ली है।
दोबारा कब्जा करने पर दर्ज होगा मुकदमा
तहसीलदार सदर सौरभ कुमार ने बताया कि जमीन को कब्जा मुक्त करवाने के बाद पीड़ित परिवार की सुपुर्दगी में दे दिया गया है। अगर दोबारा जमीन पर कोई कब्जा करने का प्रयास करता है तो उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।