प्रियांक खरगे बोले- कर्नाटक में नहीं हो रहा नेतृत्व परिवर्तन, बिहार में एसआईआर पर भी दी प्रतिक्रिया

बंगलूरू: कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद और नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर मंत्री प्रियांक खरगे ने लगाम लगाते हुए कहा कि ‘जब कांग्रेस अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और राज्य प्रभारी स्पष्ट रूप से कह चुके हैं कि नेतृत्व परिवर्तन नहीं हो रहा है… तो बात यहीं खत्म हो जाती है’। वहीं विपक्ष के सवाल उठाने पर उन्होंने कहा विपक्ष को न जाने और कौन बताएगा और कितनी बार में समझ आएगा?’
बिहार में एसआईआर पर भी दी प्रतिक्रिया
जबकि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बिहार में मतदाता सूचियों की विशेष जांच पुनरीक्षण (एसआईआर) जारी रखने की अनुमति दिए जाने पर, उन्होंने कहा, ‘यह आंशिक रूप से स्वीकार्य है, लेकिन अब यह जरूरत और विशेष गहन अभियान क्यों… ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग अब सरकार के आदेशों का पालन कर रहा है… क्या बिहार के अलावा किसी भी अन्य राज्य में मतदान के लिए आधार और अन्य दस्तावेज मान्य हैं?… बांग्लादेशी देश में कैसे घुस आए?… सीमाएं इतनी असुरक्षित क्यों हैं? पहलगाम के हमलावर कहां हैं?’
‘सिद्धारमैया की बातों पर कोई भरोसा नहीं करता’
वहीं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई ने मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के पांच साल तक पद पर बने रहने के दावे पर सवाल उठाया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि जब तक कांग्रेस हाईकमान खुद स्थिति स्पष्ट नहीं करता, तब तक यह राजनीतिक ड्रामा जारी रहेगा। बसवराज बोम्मई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, सिद्धारमैया जितनी बार कहते हैं कि वे पांच साल तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे, उतनी ही बार यह सवाल उठता है कि क्या वाकई ऐसा होगा। जो लोग इस मुद्दे पर बोल सकते हैं, वे चुप हैं।’
हाईकमान की चुप्पी पर उठाए सवाल
भाजपा नेता ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि सिद्धारमैया पूरा कार्यकाल नहीं चलाएंगे। ऐसे में यह साफ करना कांग्रेस हाईकमान का काम है कि मुख्यमंत्री वही रहेंगे या नहीं। ‘मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री (डीके शिवकुमार) जो कह रहे हैं, उस पर कोई विश्वास नहीं कर रहा। हाईकमान को साफ-साफ कहना चाहिए कि आगे क्या होगा।’