भारत के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए इंग्लैंड की प्लेइंग 11 घोषित, क्रिस वोक्स की वापसी; कार्स भी शामिल

भारत के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले के लिए इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने प्लेइंग 11 की घोषणा कर दी। बुधवार को ईसीबी ने बताया कि बेन स्टोक्स के नेतृत्व में भारत के खिलाफ हेडिंग्ले में खेलने के लिए तैयार है। इसमें क्रिस वोक्स की वापसी हुई है, जिन्हें आखिरी बार दिसंबर में खेलते देखा गया था। वहीं, ब्रायडन कार्स पहली बार घरेलू धरती पर खेलते नजर आएंगे।
नए WTC चक्र की शुरुआत करेगी इंग्लैंड की टीम
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 20 जून से यानी शुक्रवार से खेला जाएगा। इसी के साथ इंग्लैंड की टीम नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र (2025-27) की शुरुआत करेगी। हेडिंग्ले में खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच के लिए ईसीबी ने प्लेइंग 11 का एलान कर दिया है। इस टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण है।
आर्चर और वुड की खलेगी कमी
इंग्लैंड हाल के दिनों में अपने सबसे कम अनुभवी गेंदबाजी आक्रमण के साथ पहले मैच में उतरेगा जिसमें जेम्स एंडरसन संन्यास ले चुके हैं जबकि जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड की जोड़ी चोटिल है जिससे ब्रायडन कार्स और क्रिस वोक्स जैसे गेंदबाजों को अतिरिक्त जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी।
हम चुनौती पेश करेंगे- कार्स
कार्स का मानना है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे अनुभवी बल्लेबाजों की गैरमौजूदगी में भारतीय खिलाड़ियों पर दबाव बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा- जाहिर है आप जानते हैं कि कोहली और रोहित की अनुपस्थिति उनके बल्लेबाजी क्रम के लिए बहुत बड़ी क्षति है। वे कई वर्षों से अनुभवी खिलाड़ी हैं और आप जानते हैं कि विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं। लेकिन भारतीय क्रिकेट में जो गहराई है और जिस तरह के खिलाड़ी आ रहे हैं, आप जानते हैं कि इसमें कोई संदेह नहीं कि वे एक बहुत मजबूत एकादश बनाएंगे और हम जो भी चुनौती पेश करेंगे उसके लिए तैयार रहेंगे।
द्रविड़ की कप्तानी में मिली थी जीत
भारत ने आखिरी बार 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ उसके घर में टेस्ट सीरीज जीती थी। उस वक्त तीन मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से जीत दर्ज करने में सफल रहा था। 2007 के बाद से भारतीय टीम चार बार इंग्लैंड दौरे पर गई, लेकिन जीत का स्वाद नहीं चख सकी। 2011 में वनडे विश्व कप जीतने के बाद भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया। उस वक्त टीम महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में खेलने गई, लेकिन चार मैचों की टेस्ट सीरीज में एक भी मुकाबला नहीं जीत सकी और मेजबान टीम ने भारत को 4-0 के अंतर से हराया।