मशहूर संगीतकार का निजामुद्दीन दरगाह में गाने का सपना, दिल्लीवासियों के स्वागत के लिए जताया आभार

पद्मश्री अदनान सामी ने दिल्ली के भारत मंडपम में अपनी पहली प्रस्तुति दी। इस शानदार अनुभव को उन्होंने साझा किया। साथ ही दिल्ली के स्वादिष्ट व्यंजनों के स्वाद का भी जिक्र किया। रोजा रखने के बावजूद किस तरह उनकी ऊर्जा दोगुनी हो गई, इसपर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी। आइए जानते हैं कि संगीतकार ने क्या कहा।
जोरदार स्वागत से संगीतकार हुए गदगद
गायक-संगीतकार अदनान सामी ने हाल ही में दिल्ली स्थित भारत मंडपम में अपनी प्रस्तुति दी। दिल्लीवासियों के गर्मजोशी से स्वागत ने उन्हें ऊर्जा से भर दिया। उन्होंने कहा जब भी वह प्रस्तुति देते हैं तो उन्हें अविश्वसनीय ऊर्जा का अनुभव होता है। उन्होंने बताया कि लगातार सफर और रोजा रखने के बावजूद जब वह स्टेज पर पहुंचे, तो दर्शकों की तालियों ने उन्हें जोश से भर दिया।
दिल्ली के व्यंजनों का लिया स्वाद
प्रस्तुति देने से पहले अदनान सामी ने इफ्तार के लिए पुरानी दिल्ली के व्यंजनों का स्वाद लिया। शो से पहले इसके बारे में वे हंसते हुए कहते हैं, ‘वहां लाजवाब कीमा कुल्चा, समोसे और यहाँ तक कि मालपुआ भी था, सबकुछ बहुत ही स्वादिष्ट था।’ इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने कबाब भी खाया और बेशक, बंगाली मार्केट की चाट भी खाई।’
निजामुद्दनी दरगाह में गाने की जताई इच्छा
दिल्ली से उन्होंने अपने गहरे लगाव के बारे में बताते हुए अपनी एक इच्छा जाहिर की। अदनान सामी ने कहा कि उन्हें एकबार निजामुद्दीन दरगाह में गाने का सपना है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द उन्हें यह मौका मिलेगा। संगीतकार ‘तेरा चेहरा’, ‘भर दो झोली मेरी’ जैसे गानों के लिए काफी चर्चित हैं।